PM Modi Speech LokSabha: आज लोकसभा में राहुल गाँधी (Rahul gandhi) और विपक्ष पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने मशहूर हास्य कवि काका हाथरसी की कुछ पंक्तियां सदन को सुनाई. पीएम मोदी ने कहा, आगा-पीछा देखकर क्यों होते गमगीन, जैसी जिसकी भावना, वैसा दिखे सीन.

लोकसभा में PM Modi ने लिए विपक्ष और Rahul gandhi के मजे लिए, पढ़िए पूरा भाषण

पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष में ये निराशा भी वैसे नहीं आई, इसके पीछे कारण है. वो कारण है जनता का हुकुम. बार बार हुकुम. लेकिन साथ साथ इस निराशा के पीछे अंतर्मन में पड़ी हुई चीज है जो चैन से सोने नहीं देती है. वो चीज क्या है? पिछले 10 साल में यानी कि 2004-14 के बीच भारत की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई. निराशा नहीं होगी तो क्या. इसलिए जब कुछ अच्छा होता है तो निराशा और भी उभरकर आती है. 

इसके बाद पीएम मोदी ने सदन में दो शिकारियों की कहानी सुनाई और कांग्रेस पर हमला किया. पीएम मोदी ने कहा, " एक बार जंगल में दौ नौजवान शिकार करने के लिए गए, वो गाड़ी से बंदूक वगैरह उतारकर थोड़ा टहलने लगे, उन्हें लगा कि थोड़ा हाथ-पैर सीधा कर लिया जाए, अभी आगे जाना है. वे गए तो थे बाघ का शिकार करने. उन्हें लगा कि आगे जाएंगे तो बाघ दिखेगा. लेकिन बाघ वहीं दिख गया. ये नीचे उतरे थे. बंदूक वगैरह वहीं पड़ी थी. अब ये करें तो क्या करें. उन्होंने लाइसेंस दिखाया. मेरे पास बंदूक का लाइसेंस है." 

पीएम मोदी ने कहा कि इन्होंने भी बेरोजगारी दूर करने के नाम पर कानून दिखाया था. ये देखो कानून बना दिया है. ये इनके तरीके थे और फिर पल्ला झाड़ दिया. पीएम मोदी ने कि 2004 से 2014 आजादी के इतिहास में सबसे ज्यादा घोटालों का दशक रहा.  

पीएम मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में हॉर्वर्ड में एक महत्वपूर्ण स्टडी हुई. इस स्टडी का टॉपिक है 'द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडियाज कांग्रेस पार्टी'. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे विश्वास है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर सिर्फ हॉर्वर्ड में हीं नहीं बड़े बड़े विश्वविद्यालयों में अध्ययन होना ही होना है और डूबाने वालों पर भी अध्ययन होने वाला है. 

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस प्रकार के लोगों के लिए कवि दुष्यंत कुमार ने बहुत बढ़िया बात कही है. उन्होंने जो कहा है कि वो फिट बैठता है. उन्होंने कहा है, 'तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं.'

सदन को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये लोग बिना सिर-पैर की बातें करने की आदी रहने के कारण इन्हें खुद पता नहीं रहता है कि ये अपनी बातों का विरोधाभास करते रहते हैं.