अगर आपके पीरियड मिस हो रहे है तो चिंता की बात जरूर है लेकिन घबराने की जरुरत नहीं है क्योकि पीरियड मिस होने के कई कारण हो सकते हैं। इन कारणों को जानना और उससे संबंधित समाधान सही समय पर करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। आज आप इस पोस्ट में जानिए पीरियड मिस होने के आठ कारण। साथ ही जानिए की पीरियड मिस होने के 7 दिन बाद क्या होता है और पीरियड बंद होने के लक्षण व पीरियड लाने का उपाय क्या हो सकते है।

पीरियड मिस होने के ये आठ कारण हर महिला को जानना चाहिए | Periods Missed Sexual Problem

सामान्यतः अधिकतर महिलाओं को हर 28 दिनों में मासिक धर्म [Menstrual Cycle] होता है, लेकिन इस चक्र का थोड़ा छोटा या लंबा होना सामान्य सी बात है जैसे कुछ महिलाओ में ये 21 दिनों का तो कुछ में 40 दिनों तक का हो सकता है। आमतौर पर इस रजोधर्म की शुरुआत महिलाओ में यौवन अवस्था से शुरू हो जाती है जिसकी उम्र 12 से 14 वर्ष होती है और इसका समाप्त होना रजोनिवृति कहलाता है जिसकी उम्र 45 से 50 वर्ष तक होती है।

अब वे महिलाये जिनमे मासिक धर्म हमेशा नियमित नहीं होता है उनको बड़ी समस्या से सामना करना पड़ता है। उनको इसका सही समय पता नहीं चल पाता है। किसी में लम्बे समय तो किसी में काम समय के लिए चलता है और कब होगा इसका भी कोई सही समय नहीं पता होने से अचानक समस्या का सामना करना पड़ता है।

आपके पीरियड्स रुकने के कारण [reason behind periods stop]

पीरियड मिस होने के कई कारण हो सकते है है लेकिन हम यहाँ पीरियड मिस होने के ये आठ कारण हर महिला को जानना चाहिए के बारे में बात करने जा रहे है। ये आठ कारण निम्न है

➤गर्भावस्था [Pregnancy]

➤तनाव [Stress]

➤अचानक से वजन घटना [Weight Loss]

➤अधिक मोटापा [Overweight]

➤अधिक कसरत करना [Too Much Exercise]

➤Contraceptive pill [गोलियों] का सेवन

➤रजोनिवृति [Menopause]

➤Polycystic Ovary Syndrome (PCOS) बीमारी 

इन सब मुख्य कारणों के आलावा कभी कभी मासिक धर्म के रुकने के पीछे हृदय रोग, अनियंत्रित मधुमेह, अतिसक्रिय थायरॉयड या समय से पहले रजोनिवृत्ति जैसी समस्या भी हो सकती है। या इसके आलावा कोई अन्य स्त्री रोग हो तो उसका प्रभाव भी पीरियड पर पड़ सकता है। खैर अब ऊपर लिखे इन आठ कारणों को विस्तार से समझिये ताकि उसका निवारण भी आपको मिल सके।

गर्भावस्था [Pregnancy]

यदि आप संबंध बना रहे है और यौन रूप से सक्रिय हैं और इसी बीच आपकी मासिक अवधि [Period] देरी से हो रही है तो आप गर्भवती यानि गर्भ से हो सकती हैं। विज्ञान के अनुसार मासिक धर्म अचानक बंद होने का सबसे सामान्य कारण गर्भावस्था ही है। अब अगर अपने गर्भ निरोधक का उपयोग किया हो उसके बावजूद भी पीरियड में देरी हो रही है इसका साफ मतलब ये है की यौन संबंध बनाते समय आपका गर्भ निरोधक विफल रहा या उसके बाद जो आपने गोलिया ली, उसे लेने की न्यूनतम अवधि पूरी हो चुकी थी। तो अब आप एक प्रेग्नेंट महिला है।

अब सिर्फ यही जानकर की पीरियड मिस हो गए या देरी हो गयी से ये पहचान लेना की आप गर्भ से हो बिलकुल गलत है। हो सकता ही की आपकी मासिक अवधि बस देर से हो, इसलिए आप यह देखने के लिए कुछ दिन प्रतीक्षा कर सकते हैं कि यह आता है या नहीं। यदि यह नहीं आता है, तो आप प्रेगनेंसी की पुष्टि करने के लिए गर्भावस्था परीक्षण [pregnancy test] कर सकती हैं जिससे आपको पता चल जायेगा की आप गर्भवती हैं या नहीं।

तनाव [Stress]

यदि आप तनावग्रस्त हैं यानि काफी तनाव या चिंता में है, तो आपका मासिक धर्म चक्र प्रभावित [लंबा या छोटा] हो सकता है। कभी कभी इसके चलते आपका मासिक धर्म पूरी तरह से बंद भी हो सकते हैं। तनाव लेने से मानसिक दबाव पड़ता है और उसका सीधा असर हार्मोन पर पड़ता है उससे पीरियड पर असर पड़ता है। तो अगर आप इस समस्या से परेशान है तो आप चिंताग्रस्त रहना छोड़ दीजिये। अपने आसपास के वातावरण को हल्का बनाइये और जहा तक हो सके हल्की फुल्की कसरत करते रहे। आप नियमित योग या व्यायाम कर सकते है।

अचानक से वजन घटना [Weight Loss]

एकदम या अचानक से बहुत सारा वजन घटने से आपके पीरियड्स रुक सकते हैं। इसके पीछे मुख्य कारण आपके द्वारा खाए जाने वाली कैलोरी की मात्रा को गंभीर रूप से सीमित करने से ओव्यूलेशन [अंडे निकलने के लिए] के लिए आवश्यक हार्मोन का उत्पादन बंद हो जाता है जिसमे LH और FSH शामिल है।

यदि आपको भी अचानक काम वजन की समस्या आ रही है, तो आप अपना जीपी किसी आहार विशेषज्ञ के पास भेज सकते है जो आपकी इस समस्या का निवारण कर सकता है। ये स्थिति तब होती है जब आपका बॉडी मास इंडेक्स (BMI) 18.5 से कम होता है। एक आहार विशेषज्ञ आपको सलाह दे सकेगा कि पूरी सुरक्षित रूप से आपके वजन को कैसे काम किया जाए। इसके आलावा आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकती है जो आपको इसके बारे में कुछ दवाइया भी लिख सकते है।

अधिक मोटापा [Overweight]

Overweight होना सही नहीं है ये किसी न किसी समस्या को तो बुलाता ही है। अधिक वजन होना आपके मासिक धर्म चक्र को भी प्रभावित कर सकता है। यदि आप अधिक वजन वाले शरीर के हैं, तो आपका शरीर ज्यादा मात्रा में एस्ट्रोजन हार्मोन का उत्पादन या निर्माण कर सकता है, जो की उन हार्मोन में से एक है जो महिलाओं में प्रजनन प्रणाली को नियंत्रित करता है या बनाये रखता है। वैसे तो आपके मासिक धर्म के लिए एस्ट्रोजन काफी आवश्यक है लेकिन किसी भी चीज की अति ख़राब ही होती है ठीक उसी प्रकार अतिरिक्त एस्ट्रोजन आपके पीरियड मिस होने का मुख्य कारण हो सकता है।

जैसे आपने वजन काम की समस्या को देखा ठीक वैसे ही इस समस्या में भी आपका जीपी आपको एक आहार विशेषज्ञ के पास भेजना चाहिए। यदि आपका वजन अधिक है, जिसका मतलब हुआ की बीएमआई 30 या इससे अधिक है तो ये एक समस्या हो सकती है पीरियड मिस होने के पीछे। आहार विशेषज्ञ आपको सुरक्षित रूप से वजन कम करने के बारे में सलाह दे सकेंगे।

अधिक कसरत करना [Too Much Exercise]

हद से ज्यादा कसरत करना भी आपके लिए बुरा साबित हो सकता है क्योकि इसका नेगेटिव प्रभाव आपके शरीर पर पड़ेगा विशेष रूप से आपके पीरियड पर। आपके शरीर पर तीव्र शारीरिक गतिविधि का तनाव आपके पीरियड्स के लिए जिम्मेदार हार्मोन को प्रभावित कर सकता है। अधिक कसरत के बाद आपके शरीर में बहुत अधिक चर्बी कम हो जाएगी जो की अंडे निकलने की प्रक्रिया को होने से रोक सकती है। यदि अत्यधिक कसरत के चलते आपके पीरियड मिस हो गए हैं, तो आपको अपनी कसरत को काम करना चाहिए। यदि समस्या ज्यादा बढ़ गयी है तो आपको किसी स्त्री रोग स्पेस्लिस्ट से मिलना चाहिए वो आपको इस समस्या का निवारण सही ढंग से दे सकेंगे।

Contraceptive pill [गोलियों] का सेवन

हर माह आपके एक अंडाशय से एक अंडा निकलता है जिसको ओवुलेशन कहते है। अगर आप संबध बनाते है तो स्पर्म आपके शरीर से होता हुआ अंडे तक पहुँचता है और निषेचन की प्रक्रिया पूरी हो जाती है। निषेचन होने के बाद फिर हार्मोन में कुछ ऐसा बदलाव होता है की अब मासिक धर्म रुक जाता है। अगर आप कंट्रासेप्टिव पिल्स ले रहे है तो निषेचन नहीं होगा और पीरियड मिस नहीं होंगे। लेकिन अधिक मात्रा में गर्भ निरोधक गोलियों का प्रयोग करने से आपके पीरियड प्रभावित हो सकते है। मार्किट में कुछ गर्भनिरोधक ऐसे भी है जो पीरियड्स को पूरी तरह से रोक सकते हैं, जैसे कि प्रोजेस्टोजन-ओनली पिल (पीओपी), गर्भनिरोधक इंजेक्शन और अंतर्गर्भाशयी प्रणाली (आईयूएस), विशेष रूप से मिरेना। यहाँ पर घबराने की जरुरत नहीं है क्योकि जब आप इस प्रकार के गर्भनिरोधकों का उपयोग बंद कर देंगी तो आपके पीरियड्स वापस आ जाने चाहिए।

रजोनिवृति [Menopause]

आमतौर पर 12 वर्ष की उम्र से पीरियड स्टार्ट हो जाते है और 45 से 50 की उम्र तक ये समाप्त हो जाते है तब इस प्रोसेस को मेनोपोज़ कहते है यानि रजोनिवृति। मेनोपॉज के करीब पहुंचते ही आपको पीरियड्स मिस होने लग सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि एस्ट्रोजन का स्तर कम होने लगता है, और ओव्यूलेशन कम नियमित हो जाता है। एक बार मेनोपॉज हो जाये तो उसके बाद आपके पीरियड्स पूरी तरह से बंद हो जाते हैं। रजोनिवृत्ति महिलाओं में उम्र बढ़ने का एक स्वाभाविक हिस्सा है, जो आमतौर पर 45 और 50 की उम्र के बीच होता है। तो अगर आपकी उम्र इस सीमा में आती है तो ये एक आम बात हो सकती है।

Polycystic Ovary Syndrome (PCOS) बीमारी

पॉलीसिस्टिक अंडाशय [Polycystic ovaries] में बड़ी संख्या में हानिरहित फॉलिकल होते हैं, जो एक प्रकार से अविकसित थैली सामान होते हैं जिनमें अंडो का विकास होता हैं। यदि आपको Polycystic ovary syndrome (PCOS) की समस्या है, तो ये थैली अक्सर एक अंडा नहीं छोड़ पाती हैं, जिसका अर्थ है कि ओव्यूलेशन नहीं होता है। आसान भाषा में पीरियड के लिए अंडे का निकलना जरुरी है और इस समस्या में तो अंडा निकल ही नहीं रहा है, तो जाहिर से बात है की आपके पीरियड मिस होंगे। आप अगर इसी समस्या से जूझ रही है तो आपको किसी स्त्री रोग विशेषशज्ञ की सलाह लेनी चाहिए वही आपको इसका सही इलाज बता सकती है। आपको सलाह है की आप इंटरनेट पर देखकर इस समस्या का हल न निकले बल्कि एक डॉक्टर के पास जाये।

आपसे सलाह है की आप उपरोक्त दी गयी समस्या को अच्छे से पढ़े और खुद से घर पर उपाय करना शुरू न करे बल्कि किसी डॉक्टर के पास जाये और खुलकर अपनी बात उनके सामने रखे ताकि वो आपकी समस्या का निवारण कर सके। यहाँ अगर आप सोच रहे है की आपको किस डॉक्टर के पास जाना है तो निचे उनके नाम दिए गए है। आप इस हिसाब से परामर्श कर सकते है।

स्त्री रोग विशेषज्ञ [gynecologist] - महिला प्रजनन प्रणाली को प्रभावित करने वाली स्थितियों के उपचार में विशेषज्ञ

एंडोक्रिनोलॉजिस्ट [Endocrinologist] - हार्मोनल स्थितियों के उपचार में विशेषज्ञ